शिक्षक सम्मान समारोह (तृतीय वर्ष):भव्य आयोजन

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शिक्षकों के मान सम्मान को उचित स्थान दिलाने के लिए एक मंच

समाज में गुरुजनो को ईश्वर के समतुल्य और राष्ट्र के निर्माता मन जाता है

सतपुड़ा एक्सप्रेस अमरवाड़ा: प्रतिवर्ष 5 सितंबर को हमारे देश में पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की स्मृति में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है इसी क्रम में अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में शिक्षकों के मान सम्मान को उचित स्थान दिलाने के लिए एक मंच के रूप में गत तीन वर्षों से लगातार पूर्व विधानसभा प्रभारी एवं अमरवाड़ा विधानसभा के भाजपा के संभावित विधायक के प्रबल दावेदार उम्मीदवार उत्तम सिंह ठाकुर के द्वारा इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है इस गरिमामय कार्यक्रम में सर्वप्रथम विद्या की देवी मां सरस्वती का आरती वंदन करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तदुपरांत पूर्व राष्ट्रपति श्री डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि अर्पित की गई कार्यक्रम के अगले चरण उपस्थित वरिष्ठ गुरुजनों एवं गणमान्य नागरिकों का पुष्पहारों से स्वागत किया गया।

नवदीप विद्या मंदिर से आई छात्राओं ने मां सरस्वती की वंदना करते हुए मन को लुभाने वाला सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया

कार्यक्रम के आयोजक उत्तम सिंह ठाकुर ने आयोजन को सफल बनाने वाले पूरी टीम को धन्यवाद प्रेषित करते हुए अपने उद्बोधन में गुरु शिष्य परंपरा के महत्व को बताते हुए कहा कि हमारे समाज में हमारे समाज में गुरुजनो को ईश्वर के समतुल्य और राष्ट्र के निर्माता माना जाता है इसी परंपरा को चिरस्थाई बनाने के लिए सफलतम तीन वर्षो से शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है अमरवाड़ा जैसे पिछड़े क्षेत्र से आने के बाद भी आज अगर वे इस स्थिति में है तो यह सब अच्छे गुरुजनों की शिक्षा का परिणाम है हमारे द्वारा शिक्षक दिवस उपलक्ष में एक मंच के माध्यम से शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन करते हुए हमारे सम्माननीय शिक्षकों को उचित सम्मान हो सके ऐसा छोटा सा प्रयास किया गया है।


कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ रिटायर्ड शिक्षक श्री सी एल विश्वकर्मा ने समस्त शिक्षकों का महत्व बताते हुए यह स्पष्ट किया की शिक्षकों का मान तो तब बढ़ता है जब उनकी शिक्षा के योग्य शिष्य मिल जाते हैं विश्वकर्मा जी ने भगवान गौतम बुद्ध और आनंद महान शिष्य द्रोणाचार्य आदि विविध वृतांतों का वर्णन करते हुए कार्यक्रम को संबोधित किया।
उन्होंने शिक्षा वर्ग में वर्तमान में चल रही विभिन्न पद नाम शिक्षा कर्मी संविदा वर्ग 1 वर्ग 2 अतिथि शिक्षक आदि विभिन्न पदनामों को समाप्त करते हुए शिक्षक को एक ही नाम से संबोधित किए जाने की मांग की।

उद्बोधन उपरांत विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वाले वरिष्ठ शिक्षकों को सम्मान पूर्वक प्रशस्ति पत्र शील्ड भेंट करते हुए शिक्षकों का सम्मान बढ़ाया गया। आयोजन में समस्त शिक्षक,गणमान्य नागरिक एवं जनसमुदाय उपस्थित रहा ।

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