तीन दिनों तक सतत बहेगी भक्ति रस की गंगा
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा:- आगामी 5,6 एवं 7 अगस्त की शुभ तिथि छिन्दवाड़ा जिले के धार्मिक आयोजनों के इतिहास में अपना एक अलग महत्व स्थापित करेगी। इन तीन दिनों में सम्पूर्ण विश्व में सनातन धर्म की ध्वज पताका लेकर निकले श्री बागेश्वर बालाजी महाराज के परम भक्त पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री छिन्दवाड़ा की पावन धरा पर भक्ति रस की गंगा बहायेंगे।
छिन्दवाड़ा जिला सहित अन्य समीपस्थ जिलों एवं पड़ोसी राज्य महाराष्ट से आने वाले भक्तजनों का स्वागत व उनके कथा श्रवण के लिये समुचित व्यवस्थाओं में जुटी आयोजन समिति ने अपनी तैयारियों के प्रति संतुष्टि जताते हुये हर भक्त से यह अपेक्षा भी की है कि वह मात्र दर्शक या श्रोता बनकर ना आये बल्कि वह स्वयं आयोजक बनकर आये ताकि भारी भीड़ के बाद भी हर भक्त कथा श्रवण कर पुण्य लाभ अर्जित कर सके।
मारूति नंदन सेवा समिति ने अपनी विज्ञप्ति के माध्यम से हर व्यक्ति, हर परिवार और सर्वधर्म सदभाव रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति से यही विनम्र निवेदन किया है कि आप सब सह कुटुम्ब उपस्थित होकर इस ज्ञान यज्ञ में अपनी आहुति दें। समिति ने बताया कि छिन्दवाड़ा की पावन धरा पर अब तक अनेकों धर्म विभूतियों ने देवी, पुराण, शिवपुराण, हनुमान कथा व भागवत कथा कर भक्तों के हृदय में एक अमिट छाप छोड़ी है। वर्षों बरस तक श्रद्धालुओं ने उन पावन क्षणों को याद रखा है। अब एक बार पुन: ऐसा ही अवसर आया है।
मारूति नंदन सेवा समिति ने बताया कि सिमरिया धाम की पावन धरा पर द्विपीठाधीश्वर जगदगुरू स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज, विश्व में ख्याति प्राप्त मोरारी बापू जी, महामंडलेश्वर अवधेशानंद जी सहित अनेक संत पुरुषों ने श्री सिद्धेश्वर हनुमान जी के दर्शन कर अपने अमृत वचनों से भक्तों का मार्ग प्रशस्त किया है अब बाबा बागेश्वर बालाजी धाम के प्रमुख सन्यासी बाबा के प्रिय व दादागुरू के चहेते शिष्य पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री कथा वाचन के साथ ही दिव्य दरबार लगाकर सभी भक्तजनों के मानसिक व शारीरिक कष्टों से उन्हें राहत देंगे। निश्चित ही आने वाले यह तीन दिन छिन्दवाड़ा की धरा पर एक महोत्सव व महापर्व के रूप में मनाये जायेंगे।
मारूति नंदन सेवा समिति ने बताया कि इस दिव्य कथा में सिमरिया मंदिर की स्थापना के प्रमुख सूत्र पूर्व केन्द्रीय मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ व मुख्य यजमान के रूप में उनके सांसद पुत्र धर्मानुरागी श्री नकुलनाथ भी विशेष रूप से उपस्थित होकर कथा श्रवण करेंगे।
मारूति नंदन सेवा समिति ने प्रत्येक धर्मावलम्बी से यह आग्रह किया है कि वे इस त्रिदिवसीय महापर्व में उपस्थित होकर अपनी सहभागिता देवें।