अध्यक्ष संजय पुन्हार ने स्पष्ट कहा बच्चों की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जिला पंचायत की शिक्षा समिति की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुन्हार शुक्रवार को शिक्षा और ट्राईबल अधिकारियों पर बेहद नाराज नजर आए। उन्होंने अधिकारियों से जवाब तलब करते हुए स्पष्ट कहा कि मासूम बच्चों की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिक्षा विभाग एवं ट्राइबल एजुकेशन के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में जिला पंचायत की शिक्षा समिति के अध्यक्ष अमित सक्सेना एवं सदस्य उपस्थित थे। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी जी.एस बघेल और सभी ब्लॉकों के विकास खंड शिक्षा अधिकारी भी शामिल हुए। इसके अलावा आदिवासी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं इंजीनियर भी मौजूद थे।शिक्षा समिति की बैठक मे जिला पंचायत अध्यक्ष ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिले में कई स्कूलों की हालत बेहद जर्जर है लेकिन इसको लेकर नए भवनों की मांग क्यों नहीं की जाती? ये आश्चर्य का विषय है। हाल ही में जिले मे एक जर्जर स्कूल भवन के गिरने की घटना से व्यथित जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि गनीमत ये रही कि स्कूल में बच्चे मौजूद नहीं थे वरना बहुत बड़ा हादसा हो सकता था।इसी तरह अंबाड़ा में आदिवासी बालक छात्रावास की जर्जर स्थिति का खुद आकस्मिक निरीक्षण करने के बाद संजय पुन्हार ने बैठक में आदिवासी विभाग के इंजीनियरों और अधिकारियों से जवाब तलब किया कि छात्रावास की मरम्मत सही तरीके से क्यों नहीं की गई और नए भवन के लिए प्रस्ताव क्यों नहीं दिया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष ने स्पष्ट कहा कि किसी भी स्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और मासूमों की जान से खिलवाड़ वो कतई नहीं होने देंगे। जिला पंचायत की शिक्षा समिति की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है कि जिले भर मे जिन जर्जर स्कूलों में मरम्मत कार्य होने हैं उनका ब्यौरा दिया जाए, जहां स्कूल लगने लायक स्थिति नहीं है वहां नए भवनों के लिए प्रस्ताव दिया जाए। अगली बैठक में अधिकारी इस संबंध में पूरी जानकारी लेकर उपस्थित हों साथ ही डिस्मेंटल किए जाने योग्य भवनों की सूची भी मांगी गई है। शिक्षा समिति की बैठक में जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है उन्हें तत्काल शिक्षकों की उपलब्धता कराने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं शिक्षा समिति के सदस्यों ने जिले में कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी की सूचना दी इसके अलावा गणवेश वितरण में देरी पर भी अधिकारियों से सवाल किये गये और जल्द से जल्द विद्यार्थियों को स्कूल ड्रेस वितरित करने का काम पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया। शिक्षा समिति की बैठक में स्कूलों के खराब रिजल्ट पर भी चर्चा हुई जिस पर अतिथि शिक्षकों की भर्ती में भी सतर्कता बरतने को कहा गया है।
