सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) के छिंदवाड़ा जिला स्थित 132 के.व्ही. सबस्टेशन सॉवरी में विगत दिवस हुई घटना के संबंध में कर्मियों द्वारा कंपनी प्रबंधन और पुलिस प्रशासन में भ्रामक जानकारी देने को उच्च प्रबंधन ने बेहद गंभीरता से लिया है। इस घटना के बारे में उच्चाधिकारियों को झूठी बाते गढ़कर भ्रमित करते हुये गलत जानकारी देने वाले कनिष्ठ अभियंता के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा आउटसोर्स कान्ट्रेक्टर को उनके कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही के लिये सूचित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि सबस्टेशन में घटित किसी भी इमरजेंसी के लिये सुरक्षित रखे गये अत्यावश्यक संवेदनशील और मूल्यवान उपकरणों के पार्टस चोरी होने की घटना को कंपनी के कनिष्ठ अभियंता और आउटसोर्स कर्मियों ने डकैती की घटना बताते हुये उच्चाधिकारियों को सूचित किया था। इस पर विश्वास करते हुये ट्रांसमिशन कंपनी के अधिकारियों द्वारा संबंधित पुलिस थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, परंतु जांच के दौरान यह सामने आया कि चोरी की घटना 3 दिन पहले हो चुकी थी और घटना के समय ड्यूटी पर उपस्थित इन कर्मियों की लापरवाही साबित न होने देने के लिये उन्होंने चोरी की घटना को लूट की घटना बताया।
*एम.पी. ट्रांसको ने व्यक्त किया खेद* मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के सॉवरी में पदस्थ कर्मी एवं आउटसोर्स कमिर्यों द्वारा भ्रामक जानकारी देने के कारण पुलिस प्रशासन को हुई परेशानी के कारण एम.पी. ट्रांसको ने खेद व्यक्त किया है। एम.पी. ट्रांसको के अधीक्षण अभियंता श्री निजाम सिंह लोधी ने कहा कि कर्मचारियों के कारण पुलिस प्रशासन को हुई परेशानी के लिये मध्यप्रदेश पावर ट्रासंमिशन कंपनी खेद व्यक्त करती है, साथ ही उम्मीद करती है कि विद्युत उपभोक्ताओं को सतत् विद्युत प्रदाय करने के दरम्यिान जब भी पुलिस प्रशासन से सहयोग की अपेक्षा रहेगी वह उन्हें प्राप्त होता रहेगा।