सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के छात्र व एम.बी.बी.एस. इंटर्न आज मेडिकल कॉलेज कैंपस से जिला प्रशासन को ज्ञापन देने पहुंचे और उन्होंने मांग की की वे कलेक्टर को ही ज्ञापन देकर अपनी मांगे रखेंगे भारी बारिश के बीच छात्रों का हंगामा और नारेबाजी कलेक्टर परिसर में अभी जारी है
ज्ञापन में बताया कि हम सभी चिकित्सा सेवा के अंतर्गत एम.बी.बी.एस. इंटर्न है, जिनके लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा हमें मासिक देय राशि ₹13.409/- दी जाती है। यह राशि हमारी जिम्मेदारियों और चिकित्सा सेवा में हमारे योगदान के अनुपात में अत्यंत अल्प है।वर्तमान में, हमें अपनी दैनिक आवश्यकताओं जैसे किराया, भोजन, परिवहन और अध्ययन सामग्री को पूरा करने में गंभीर कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इस वित्तीय दबाव के कारण हमारी कार्यक्षमता और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जो अंततः हमारे द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की गुणक्ता को प्रभावित करता है।हम आपके धयान में लाना चाहते हैं कि अन्य राज्यों ने अपने इंटर्स की वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।असम, ₹36.220 प्रतिमाह पश्चिम बंगाल: ₹32,000 प्रतिमाहकर्नाटकः ₹30,000 प्रतिमाहपश्चिम बंगाल: 31,977 प्रतिमाहमेघआलय: 30,000 प्रतिमाह इन राज्यों ने हाल ही में अपने इंटर्स की मासिक देय राशि में वृद्धि की है। इससे उनके इंटर्स को न केवल आर्थिक सुरक्षा मिली है, बल्कि वे अपने कर्तव्यों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर पा रहे है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
इंटर्स के रूप में, हम रोगियों की देखभाल, शल्य चिकित्सा में सहायता, चिकित्सीय प्रक्रियाओं का संचालन, और अस्पताल की अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों में अहम भूमिका निभाते हैं। बेहतर वित्तीय समर्थन से हम अपनी जिम्मेदारियों को और अधिक कुशलता और ध्यानपूर्वक निभा सकते हैं, जिससे राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
पिछला परिदृश्य और समर्थनःपिछले कई वर्षों से हमारी मासिक देय राशि में कोई महत्वपूर्ण वृद्धि नहीं हुई है, जबकि जीवनयापन की लागत में लगातार वृद्धि हो रही है। वरिष्ठ चिकित्सक और चिकित्सा संघ भी हमारे समर्थन में हैं और उन्होंने इंटर्न्स के लिए बेहतर वित्तीय सहायता की आवश्यकता पर जोर दिया है।छात्र ने बताया कि प्रशासन हमारे मुद्दों को समझेंगे और हमारे वित्तीय तनाव को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे। प्रशासन का समर्थन हमें हमारी जिम्मेदारियों को और अधिक कुशलता से निभाने में सहायक होगा।आज जिला प्रशासन के माध्यम से एम.बी.बी.एस. इंटर्न ने राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान परिषद्, नई दिल्ली, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, मुख्यमंत्री, से आवेदन पत्र को स्वीकार कर इंटर्नशिप में देय राशि की वृद्धि कर इसे न्यूनतम 30,000 प्रतिमाह करके अन्य राज्यों की भांति प्रभावशाली बनाने की मांग की।