शासन की गलत नीति के कारण छात्राएं छात्रवृत्ति से वंचित
2021-22 का बैच 2023 में शुरू हो पाया
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।जिले के छिन्दवाड़ा मेडिकल कालेज में छात्रवृत्ति वितरण में हो रही अनियमितताओं के कारण दर्जनों छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधेरे में आ गया है। लापरवाही का आलम यह है कि 2020-21 में शुरू होने वाला पैरामेडिकल और नर्सिंग छात्र छात्राओं का सत्र लेटलतीफी के कारण 2023 में शुरू हो पाया है। इससे छात्रों के 2 वर्ष बर्बाद हो गए और उनकी पढ़ाई नहीं हो पाई, और छत्रवृत्ति भी नहीं मिल पाई है। इस मामले को लेकर छात्र छात्राओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है। इधर प्रबंधन का कहना है की 2020-21 का छात्रवृत्ति पोर्टल बहुत पहले ही बंद हो चुका है और आपका बैच 2020-21 का है इसलिए अब आपको छात्रवृत्ति नहीं दी जा सकती ।छात्राओं ने बताया कि एक साल की फीस करीब 80000 रुपये होती है और उन्होंने छात्रवृत्ति के सहारे ही कॉलेज में प्रवेश लिया था लेकिन शासन की लेटलतीफी के कारण समय पर वह बैच स्टार्ट नहीं हो पाया, तो इसमें हमारी कोई गलती नहीं है। अब हमसे कहा जा रहा है कि क्योकि उस वर्ष का पोर्टल बंद हो चुका है इसलिए उन छात्राओं को अब छात्रवृत्ति प्रदान करना संभव नहीं है ।छात्राओं का सवाल है कि शासन की लापरवाही या गलत नीति के कारण यदि कॉलेज का सत्र आरंभ नहीं हो पाया तो इसकी सजा छात्राओं को क्यों दी जा रही है । उनका कहना है कि बिना छात्रवृत्ति के हम लोगों का पढ़ाई किया जाना संभव नहीं है । सरकार छात्राओं की मदद करने के लिए बड़े-बड़े दावे कर रही है फिर आखिर हमारे साथ ये अन्याय क्यों हो रहा है।