सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा:पंचायती राज व्यवस्था में भ्रष्टाचार होना आम बात है लेकिन भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई के लिए जिले के दूसरे अधिकारियों द्वारा जांच प्रतिवेदन बनाकर कार्यवाही के लिए जिला पंचायतों को सौंपा जाता है परंतु अधिकांश शिकायत की फाइल दबकर जिला पंचायत कार्यालय में दफन हो जा रही है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचारियों पर एक असिस्टेंट अधिकारी की खासी मेहरबानी है
प्रकरण क्रमांक 1 विगत दिनों सूखापुरा पूर्व सरपंच और हर्रई जनपद पंचायत सीईओ शफी मोहम्मद कुरैशी एवं सहायक इंजीनियर नरेंद्र अहिरवार के बीच रिश्वत के पैसे को लेकर एक ऑडियो वायरल हुआ था जिस पर जिला पंचायत छिंदवाड़ा कार्यालय द्वारा सिर्फ कारण बताओ नोटिस देकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
प्रकरण क्रमांक 2 विगत दिनों परासिया विकासखंड की बिजोरी गुमाई पंचायत में पुलिया और चेक डैम निर्माण मैं हुए भ्रष्टाचार की शिकायत कमलेश पवार ने 4 महीने पूर्व की गई थी जिस पर आज दिनांक तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई जांच दल गठित कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
प्रकरण क्रमांक 3 जिला पंचायत कार्यालय में ही पदस्थ प्रीति विश्वकर्मा की शिकायत भी लंबे समय से लोगों द्वारा की जा रही है जिसमें की नियुक्ति के समय प्रस्तुत किए गए दस्तावेज फर्जी पाए जाने के उपरांत भी आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
प्रकरण क्रमांक 4 ग्राम पंचायत उमरेड तहसील उमरेठ में पदस्थ पूर्व सचिव तुलाराम साहू एवं सरपंच द्वारा शासकीय जमीन को बेचना एवं पट्टे जारी करना की शिकायत एसडीएम परासिया के सम्मुख की गई थी एसडीएम परासिया द्वारा शिकायत में जांच उपरांत उक्त सचिव को दोषी पाया था 1 लंबी चौड़ी जांच रिपोर्ट अनुशंसात्मक कार्यवाही के लिए जिला पंचायत छिंदवाड़ा को विगत 1 वर्ष पूर्व भेजी गई जिस पर आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। सतपुड़ा एक्सप्रेस की तफ्तीश में ऐसे दर्जनों मामले और भी हैं जोकि जिला पंचायत छिंदवाड़ा दफन हो गए हैं