सतपुड़ा एक्सप्रेस बिछुआ (छिंदवाड़ा)। जिले के जैतपुर गांव में सोमवार सुबह ग्रामीणों की सतर्कता से अवैध शराब तस्करी का बड़ा खुलासा हुआ। गांव वालों ने एक बोलेरो वाहन (MP 28 BD 3352) को अवैध शराब ले जाते पकड़ा और तुरंत खमारपानी चौकी पुलिस को सूचित किया।सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी रविंद्र सिंह और उनकी टीम मौके पर पहुंची। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि वाहन चालक दौलत, जो डोंगरगांव का निवासी है, मौके से फरार हो गया था, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बोलेरो वाहन से कुल 207.96 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है।

जब्त शराब में शामिल है:पावर बियर – 10 पैंटी (81.9 लीटर)पावर बियर कैन – 60 लीटरजिप्सी – 39.6 लीटरओसी – 19.44 लीटरमैगडोवाल रम – 2.88 लीटरमैगडोवाल व्हिस्की – 3 लीटर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार यह अवैध शराब जिले के चर्चित ठेकेदार ‘शनिदेव लीकर’ के लाइसेंसी गोदाम से सप्लाई की गई थी। वहीं इस पूरे मामले में फिर से ‘सिंडिकेट’ का नाम उभर कर सामने आया है, जो जिले में 70% शराब ठेकों पर कब्जा जमाए बैठा है और मनमाने दामों पर शराब बेच रहा है।

प्रशासन पर सवाल, आबकारी विभाग मौन
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सिंडिकेट के पास किसी प्रशासनिक कार्रवाई का कोई डर नहीं है। जगह-जगह ग्रामीण खुद अवैध शराब पकड़ने को मजबूर हैं, जबकि आबकारी विभाग चुप्पी साधे हुए है।थाना प्रभारी मोहन मर्सकोले ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द ही सिंडिकेट के सभी सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कार्रवाई में एएसआई सय्याम, प्रधान आरक्षक पंकज नागदेवे की अहम भूमिका रही।
अब बड़ा सवाल – ‘सिंडिकेट का पुष्पा कौन?’इस पूरे मामले ने फिर एक बार जिले में शराब माफियाओं और सिंडिकेट के नेटवर्क पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या अब होगा ‘सिंडिकेट का पुष्पा’ बेनकाब? आने वाले दिनों में खुल सकते हैं कई बड़े नाम।