Home DHARMA कुंभकरण एवं मेघनाद का हुआ वध,आज होगा रावण पुतले का दहन

कुंभकरण एवं मेघनाद का हुआ वध,आज होगा रावण पुतले का दहन

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सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा। श्रीरामलीला रंगमंच छोटी बाजार में श्रीरामलीला के लगातार 139 वे वर्ष से चल रही राम लीला में इस वर्ष की लीला के तेहरवें दिन कुम्भकर्ण वध एवं मेघनाद वध की लीला खेली गई।मण्डल के अध्यक्ष अरविंद राजपूत ने बताया कि रावण अपने राज दरबार मे विराजित रहता है। तभी उसे लक्ष्मण जी के चैतन्य होने की जानकारी प्राप्त होती है। रावण विचार करके अपने अनुज कुम्भकर्ण को जाग्रत करता है। कुम्भकर्ण अपने महल में छः मास की नींद में सोया रहता है। कुम्भकर्ण के जागने के पश्चात रावण उसे पूरी स्थिति से अवगत कराता है। कुम्भकर्ण रावण को नीति उपदेश देकर जानकी को वापस श्रीराम को सौपने कहता है परंतु रावण उसकी एक नही सुनता और युद्ध के लिए भेज देता है। इधर राम दल के शिविर में सूचना प्राप्त होती है कि कुम्भकर्ण युद्ध मैदान में राम दल को भयंकर क्षति पहुँचा रहा है। तब भगवान श्रीराम युद्ध के लिए आते है, कुम्भकर्ण और श्रीराम में भीषण युद्ध होता है। श्रीराम द्वारा कुम्भकर्ण का वध किया जाता है।मुख्य निर्देशक वीरेन्द्र शुक्ल ने बताया कि रावण द्वारा मेघनाद को बुलाया गया एवं युद्ध हेतु आदेशित किया गया। युद्ध मे जाने से पूर्व मेघनाद अपनी विजय को सुनिश्चित करने के लिए यज्ञ करता है परंतु उस यज्ञ को लक्ष्मण जी के नेतृत्व में वानर सेना नष्ट कर देती है। इस तरह पुनः लक्ष्मण एवं मेघनाद के बीच भीषण युद्ध प्रारंभ हो जाता है। मेघनाद युद्ध मे अद्वितीय पराक्रम दिखाता है परन्तु अपनी दृढ़ इच्छा, व्रत एवं वीरता के बल पर लक्ष्मण जी मेघनाद का वध कर देते है। इसके बाद बहुत ही मार्मिक सती सुलोचना प्रसंग की लीला का मंचन हुआ जिसमे दिखाया गया कि मेघनाद पत्नी सुलोचना श्री राम के दल ने जाकर अपने पति का शीश मांगती है। इस प्रसंग ने सभी की आंखों में अश्रु भर दिए। श्रीराम सम्मान के साथ मेघनाद के शव को लंका को सौंप देते है। मंचन के तेहरवे दिन श्री राम की भूमिका रजत पांडे, लक्ष्मण आयुष शुक्ला, हनुमान संतोष कुशवाह, रावण जितेंद्र सोनी, कुंभकर्ण विजय आनंद दूबे, मेघनाद मयंक चौरसिया, विभीषण नीरज चौरसिया एवं सुग्रीव की भूमिका में श्रीकांत द्विवेदी दिखाई दिए। मंडल के उपाध्यक्ष रोहित द्विवेदी ने बताया कि तेहरवें दिवस में राम भोग की विशेष सेवा राम भोग सेवा प्रायोजक अभिषेक चौरसिया लवली चूना वाले आशीष जैन पुत्र अक्ष्य जैन लक्ष्य जैन द्वारा की गई जबकि भाग्यशाली दर्शक योजना की सेवा स्वर्गीय श्री सुनील स्थापक की पुण्यतिथि पर पुत्र ऋषभ स्थापक द्वारा दी गई।

*रावण पुतला दहन एवं मुख्य आयोजन की तैयारी पूर्ण, इस भी होगा भव्य चल समारोह* मंडल के संरक्षक राजू चारणागर एवं कस्तूरचंद जैन ने बताया कि असत्य पर सत्य की जीत के लिए श्री राम अपने अनुज लक्ष्मण एवं हनुमान जी के साथ छोटी बाजार श्री रामलीला रंगमंच से ठीक 3:00 बजे दशहरा मैदान के लिए प्रस्थान करेंगे। यह शोभायात्रा छोटी बाजार से प्रारंभ होकर मेन रोड , पुराना छापाखाना से होते हुए बुधवारी बाजार से राज्यपाल चौक से ठीक 05:00 दशहरा मैदान पहुंचेगी। मंडल संरक्षक सतीश दुबे लाला ने बताया कि मंडल के संकल्प के अनुसार व रावण पुतले का दहन श्री रामचंद्र जी के द्वारा गोधूलि बेला अर्थात 6:30 पर किया जाएगा। इसके पश्चात समिति के आतिशबाजी प्रभारी राहुल द्विवेदी के निर्देशन में इस वर्ष हैदराबाद से आई इलेक्ट्रॉनिक आतिशबाजी की जायेगी। मंडल के तरुण जैन ने बताया कि रावण पुतले की ऊंचाई 51 फ़ीट होगी।

रावण पुतला दहन के पश्चात शोभायात्रा दशहरा मैदान से निकल कर जिला अस्पताल के सामने से फब्बारा चौक, गोलगंज से मेन रोड होते हुए पुनः 8:00 बजे स्थानीय छोटे बाजार रंगमंच पर पहुंचेगी एवं 9:00 बजे से अहिरावण वध, रावण वध एवं राम राज्य तिलक की लीला खेली जावेगी।

संरक्षक कस्तूरचंद जैन, राजू चरणागर, सतीश दुबे लाला, विजय आनंद दुबे, विनोद विश्वकर्मा सहित मण्डल के अध्यक्ष अरविंद राजपूत, सचिव राजेंद्र आचार्य, मुख्य निर्देशक पंडित वीरेंद्र शुक्ल, व्यासपीठ प्रमुख अनिल सेठिया, उपाध्यक्ष राकेश चौरासिया, भोला सोनी, राजेश चौरासिया, रोहित द्विवेदी, ट्विंकल चरणागर, कुशल शुक्ला, मयंक चौरसिया, समन द्विवेदी कोषाध्यक्ष सुभाष साहू, उपकोषाध्यक्ष आशु चौरसिया, सावन जैन, मुख्य प्रवक्ता ऋषभ स्थापक, राहुल द्विवेदी, समस्त सदस्य सहित अन्य दानदाता, सहयोगी, कलाकार एवं सहित सभी समिति सदस्यो ने शहर के आम जन मानस से अधिक से अधिक संख्या में दशहरा पर्व में उपस्थित रहने का निवेदन किया है।

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