एकलव्य आवासीय विद्यालय जुनारदेव में 2 दिन से पानी की व्यवस्था नहीं होने से छात्र बैठे भूख हड़ताल पर..हॉस्टल अधीक्षक राम दास ऊईके और प्रिंसिपल के हटाने की बात पर अंडे रहे छात्र..
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिदंवाडा– जिलें के जुनारदेव एकलव्य आवासीय विधालय में प्राचार्य एवं अधीक्षक की लापरवाही के कारण आए दिनों यह आवासीय विद्यालय सुर्खियों में बना रहता है। पहले यहां भोजन में इल्ली निकलना, छात्रों के साथ अधीक्षक के द्वारा दुर्व्यवहार करना जैसी कई घटनाएं हो चुकी हैं ऐसा ही मामला देखने को मिला जंहा दो दिनों से छात्रावास अधीक्षक छात्रावास में नहीं आने के कारण छात्र भोजन और पानी के लिए तरस रहे थे ,छात्रों ने गुस्से में आकर छात्र भूख हड़ताल में बैठ गयें ,छात्रों के द्वारा 5 धंटे हडताल में बैठे रहे लेकिन ना ही जिलें के अधिकारियों ने ना ही ब्लॉक में बैठे प्रसानिक विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने कोई ध्यान दिया ।जब छात्रों का उग्र प्रदर्शन हुआ तब जाकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी सातंकर मैडम जिनके पास सिर्फ डीडीए पॉवर है एकलव्य आवासीय विद्यालय पहुंची और छात्रों को समझाइए देकर शांत कराया, यंहा प्राचार्य एंव अधीक्षक की सांठगांठ के कारण अधीक्षक राम दास ऊईके की मनमानी चरम पर है ।जिसके कारण छात्रों को भोजन और बोर की मोटर खराब होने के कारण पानी के लिए तरसते रहना पड़ता है ।जुन्नारदेव के एकलव्य आवासीय विद्यालय में पानी न मिलने के कारण एंव खराब खाना मिलने से नाराज बच्चों ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया।सूचना पर बीईओ चंद्रकला सतनकर ने एकलव्य विद्यालय पहुंचकर। छात्रों की बातों को सुनकर उन्हें समझा कर। उनकी समस्याओं को हल करवाया गया। और आगे भी किसी तरीके की समस्या ना हो। इस बारे में प्रयास करने की छात्रों को उनके द्वारा आश्वासन दिया गया जो की छात्रा मान गए। और इस घटना का प्रतिवेदन जिला प्रशासन को प्रस्तुत किया है । बहरहाल इस घटना ने सहायक आयुक्त जनजातिया कार्य विभाग की कार्य प्रणाली पर कई सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं उनके द्वारा जुन्नारदेव विकासखंड में दो बी ई ओ के द्वारा कार्य कराया जा रहा है फिर भी व्यवस्था जस की तस हैं।प्रसानिक विकासखंड शिक्षा अधिकारी ओ पी जोसी की कार्यप्रणाली पर तो कई बार सवाल खड़े हो चुके हैं इन्हें राज्य शासन द्वारा बीआरसी पद से हटाया गया था पर इन्होंने सहायक आयुक्त से मिली भगत कर बी ई ओ का प्रभार पा लिया।