सतपुड़ा एक्सप्रेस भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रि-परिषद की बैठक में “मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा”को शुरू करने की मंजूरी दी गई। इस योजना के तहत प्रदेश के नगरों और ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाजनक, संगठित और सुरक्षित यात्री परिवहन बस सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
**योजना की प्रमुख बातें:** –
**संरचित यात्री परिवहन**: ग्रामीण और साधारण मार्गों का ट्रैफिक सर्वे कर बसों की फ्रीक्वेंसी तय की जाएगी।
– **निजी क्षेत्र की भागीदारी**: सेवा का संचालन पीपीपी मॉडल पर होगा। – **आर्थिक स्वीकृति**: योजना के लिए **₹101.20 करोड़** की अशंपूजी स्वीकृत।
– **राज्य स्तरीय होल्डिंग कंपनी**: सात संभागीय सहायक कंपनियों का गठन किया जाएगा, जिनमें राज्य स्तरीय होल्डिंग कंपनी के 51% शेयर होंगे।
– **संशोधित परिवहन नियम**: **म.प्र. मोटरयान नियम 1994** में आवश्यक संशोधन होंगे।
### **यात्रियों के लिए सुविधाएं:**
– **आई.टी. टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म**: बस ट्रैकिंग, ई-टिकटिंग, कैशलेस भुगतान, और यात्रा योजना के लिए मोबाइल ऐप।
– **मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट**: बसों के साथ ऑटो, टैक्सी, ई-स्कूटर, और मेट्रो की बुकिंग सुविधा।
– **यात्री सुरक्षा और निगरानी**: सेवा स्तर समझौता (SLA) और प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों (KPI) के तहत बसों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी। – **यात्रा अनुभव सुधार**: बस स्टैंड और स्टॉप को उच्च गुणवत्ता वाली यात्री सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
### **ऑपरेटर्स और प्रशासन के लिए लाभ:**
– **निजी बस ऑपरेटर्स के लिए पारदर्शी अनुबंध प्रणाली।**
– **संभागीय कंपनियों को होल्डिंग कंपनी के तहत एकीकृत किया जाएगा।**
– **राजस्व आय और संचालन को सुगम बनाने के लिए SOP और मॉनिटरिंग सिस्टम।**
– **इलेक्ट्रिक बसों और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा।** ### **स्थानीय प्रशासन और मॉनिटरिंग**
– **जिला स्तरीय यात्री परिवहन समिति** का गठन होगा, जिसकी अध्यक्षता जिला कलेक्टर करेंगे।
– **संभागीय कंपनियां** अपने-अपने क्षेत्रों में बस संचालन सुनिश्चित करेंगी।
– **यात्रियों की शिकायतों और आवश्यकताओं पर प्रभावी निगरानी रखी जाएगी।
इस योजना के तहत मध्यप्रदेश में सार्वजनिक परिवहन को आधुनिक, सुलभ और सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।
छतरपुर में माता बम्बरबैनी प्राचीन मंदिर स्थल पवित्र क्षेत्र घोषित
मंत्रि-परिषद द्वारा छतरपुर जिले के ग्राम लवकुशनगर में माता बम्बरबैनी प्राचीन स्थल मंदिर खसरा नं. 2157 रकवा 0.012 हेक्टेयर एवं खसरा नं 2158 रकवा 30.375 हेक्टेयर पहाड़ क्षेत्र को पवित्र क्षेत्र घोषित करने का निर्णय लिया गया।