भाव विभोर हुये पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
नकुल–कमलनाथ का आत्मिक आमंत्रण मुझे यहां ले आया
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा:- यदि आप छिन्दवाड़ा की चारों दिशाओं में भ्रमण करेंगे तो आपको भगवान श्री राम, श्री कृष्ण श्री हनुमान एवं अन्य देवी-देवताओं के मंदिर और प्रतिमाओं के दर्शन होंगे, परन्तु इन मंदिरों के अलावा यदि आपको सर्वाधिक प्रतिमायें मिलेंगी तो वह शिवलिंग है यहां हर स्थान पर शिव विराजमान है, यह शिव और हरि के मिलन का केन्द्र बिन्दु है अर्थात छिन्दवाड़ा वह भूमि है जिसके हर एक कंकर में शंकर विद्यमान है।
उक्त भाव आज से प्रारंभ हुई पांच दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा के प्रथम दिवस पर भगवात भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यक्त करते हुये कहा कि छिन्दवाड़ा के सिमरिया धाम के श्री सिद्धेश्वर हनुमान जी की मुख्य यजमानी और पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ व सांसद श्री नकुलनाथ की यजमानी में इस पावन धरा पर आयोजित यह कथा सभी के कष्ट क्लेश दूर कर धन धान्य से सम्पन्न करेगी।

कथा के प्रारंभ में सर्वप्रथम श्री शिव के अस्तित्व को परिभाषित करते हुये पं. श्री मिश्रा ने कहा कि सृष्टि में जो भी जीव श्वासधारी है उसमें शिव है और जब श्वांस निकल जाती है तो वह केवल शव कहलाता है। उन्होंने भादो माह में आयोजित इस कथा के विशेष महत्व को समझाते हुये शिक्षक दिवस पर बधाई देते हुये कहा कि गुरू चार प्रकार के होते हैं माता गुरू, पिता गुरू, शिक्षक गुरू और सतगुरू और यह सभी मनुष्य के जीवन के हर चरण में उसे सदमार्ग दिखाते हैं। एक उदाहरण देते हुये उन्होंने कहा कि जिसे जनता चुनती है वह संसद में बैठते हैं जिन्हें संसद में बैठने के साथ सतसंग में बैठने का सुअवसर प्राप्त होता है उन्होंने इस धार्मिक और ऐतिहासिक आयोजन के पुत्र और पिता नकुल कमलनाथ की सराहना की।

भागवत भूषण श्री मिश्रा ने जारी कथा के बीच अपने सुमधुर कंठ से प्रस्तुत भजनों से समस्त भक्तजनों को झुमने पर विवश कर दिया। विशेषकर प्रस्तुत भजन “कर दिया माला–माल काशी वाले ने, लुटा दिया संसार काशी वाले ने”उपस्थित अपार जनसमुदाय का मन मोह लिया।
सर्व विदित है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ व जिले के सांसद श्री नकुलनाथ के विशेष आग्रह व आमंत्रण पर पं. प्रदीप मिश्रा जी ने छिन्दवाड़ा में पांच दिवसीय कथा के आयोजन की स्वीकृति दी थी। शेष चार दिवसीय कथा में श्री मिश्रा सोलह सोमवार व्रत कथा का महत्व भी बतायेंगे।
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भाव विभोर हुये पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
कहा–महाराज जी आप छिन्दवाड़ा को गोद ले लें
सिद्ध सिमरिया धाम में आयोजित श्री दिव्य शिव महापुराण कथा स्थल पर उपस्थित लाखों श्रद्धालु श्रोतागणों को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने सम्बोधित किया। उन्होंने सर्वप्रथम जिले के समस्त बुजुर्गों, माताओं, बहनों व युवाओं व समस्त जनमानस की ओर से ख्याति प्राप्त कथा वाचक पंड़ित प्रदीप मिश्रा जी का छिन्दवाड़ा की पावन धरा पर आत्मिक स्वागत किया।

श्री नाथ ने सम्बोधित करते हुये कहा कि हमारा सौभाग्य है कि पं. प्रदीप मिश्रा जी का देव भूमि छिन्दवाड़ा में आगमन हुआ है, आज प्रदेश का किसान परेशान होकर आसमान की ओर देख रहा है और जैसे ही आपके चरण छिन्दवाड़ा की भूमि पर पड़े तो आसमान में बादल छा गये। आज हम सब मिलकर प्रदेश के किसानों की सम्पन्नता के लिये प्रार्थना करते हैं। भारत आर्थिक शक्ति, सेना की शक्ति नहीं बल्कि विश्व में आध्यात्मिक शक्ति का केन्द्र है। उन्होंने आगे कहा कि मैं छिन्दवाड़ा जिले की जनता का प्यार और विश्वास लेकर 40 साल तक संसद में पहुंचे, जबकि अन्य नेता वोट पाकर जाते हैं। पूर्व सीएम श्री कमलनाथ ने पं. प्रदीप मिश्रा जी से कहा कि वे छिन्दवाड़ा आते रहें, छिन्दवाड़ा को अपना लें, गोद ले लें। श्री नाथ ने अंत में पुन: ख्यातिलब्ध कथा वाचक पंड़ित प्रदीप मिश्रा जी का स्वागत अभिवादन किये।
