जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में दिखी नवाचार की झलक,इंस्पायर मानक योजना अंतर्गत दो दिवसीय आयोजन सम्पन्न, ,कलेक्टर श्री सिंह ने किया मॉडल्स का अवलोकन, दी शुभकामनाएं
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा/05 जुलाई 2025/जिले में नवाचार को मंच देने वाली इंस्पायर मानक योजना के अंतर्गत आयोजित जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का समापन शनिवार को हुआ। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय छिन्दवाड़ा में 4 एवं 5 जुलाई 2025 को आयोजित इस दो दिवसीय प्रदर्शनी का समापन कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अग्रिम कुमार तथा प्रभारी एडीएम अंकिता त्रिपाठी की उपस्थिति में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई। कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने जिले के दूरस्थ अंचलों से आए विद्यार्थियों द्वारा निर्मित विज्ञान मॉडल्स का अवलोकन किया तथा बच्चों से उनके नवाचारों की विस्तृत जानकारी ली।

वैज्ञानिक सोच और नवाचार के लिए बेहद उपयोगी योजना-कलेक्टर श्री सिंह – कलेक्टर श्री सिंह ने इस अवसर पर कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की यह योजना विद्यार्थियों के भीतर वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने और नवाचार की दिशा में आगे बढ़ने हेतु एक सशक्त मंच है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में सबसे अधिक 416 विद्यार्थियों के आईडिया चयनित होने पर छिन्दवाड़ा जिले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जो जिले के लिए गौरव की बात है। उन्होंने विद्यार्थियों, शिक्षकों और शिक्षा विभाग को इस उपलब्धि पर बधाई दी।

नवाचार को मिलता है यहां मंच-सीईओ श्री कुमार – मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत श्री अग्रिम कुमार ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इंस्पायर मानक योजना उन बच्चों के लिए विशेष अवसर है, जो विज्ञान में रुचि रखते हैं और अपने विचारों को कार्यरूप में प्रस्तुत करना चाहते हैं। यह प्रदर्शनी बच्चों को सोचने, समझने और रचनात्मकता के साथ जुड़ने का अवसर देती है।334 विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किए मॉडल, 10% चयनित राज्य स्तर हेतु- जिला शिक्षा अधिकारी जी.एस.बघेल ने प्रदर्शनी के दौरान योजना की जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय नव प्रवर्तन विभाग, नई दिल्ली द्वारा जिले के 495 विद्यार्थियों को अवार्ड दिया गया था, जिनमें से 334 विद्यार्थियों ने स्वयं के बनाए प्रोटोटाइप/मॉडल प्रदर्शित किए। निर्णायक समिति द्वारा इनमें से 10% मॉडल्स का चयन राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी हेतु किया गया।

निर्णायक समिति में विराट त्रिपाठी, सूरज कोठारी (भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा नामांकित सदस्य), ए.सी. लाम्बा (शासकीय पी.जी. कॉलेज) एवं डॉ. माहिम चतुर्वेदी (राजमाता सिंधिया कन्या महाविद्यालय) शामिल थे। कार्यक्रम में जिला परियोजना समन्वयक जे.के. इडपाची, सहायक संचालक स्कूल शिक्षा डी.पी. डेहरिया, पी.एल. मेश्राम, जनजातीय कार्य विभाग से उमेश सातनकर, ए.डी.पी.सी गिरिश शर्मा, प्राचार्य अवधूत काले, व्यावसायिक समन्वयक डॉ. साबिर फारूकी एवं राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका अमिता शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहीं।
