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तिगांव में आदिवासियों का उग्र प्रदर्शन: शराब दुकान में तोड़फोड़, शव रखकर किया चक्काजाम

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जिला जेल में भाऊराव उईके की संदिग्ध मौत से आक्रोश

सतपुड़ा एक्सप्रेस पांढुर्णा, 16 जून 2025 –पांढुर्णा जिले के ग्राम तिगांव में सोमवार शाम एक बड़ा विवाद उस समय खड़ा हो गया जब आदिवासी समाज के लोगों ने गांव के बस स्टैंड स्थित सरकारी शराब दुकान के सामने प्रदर्शन करते हुए तोड़फोड़ की और चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने जेल में हुई भाऊराव उईके की संदिग्ध मौत को लेकर पुलिस, आबकारी विभाग और शराब ठेकेदार के खिलाफ आक्रोश जताया।

शराब मामले में जेल भेजा गया था मृतक

तिगांव निवासी भाऊराव उईके को 4 जून 2025 को 55 लीटर अवैध कच्ची शराब के परिवहन और बिक्री के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गैरजमानती धाराओं में मामला दर्ज होने के कारण उसे छिंदवाड़ा जिला जेल भेजा गया। परिजनों के अनुसार, रविवार रात जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई।

ग्रामीणों ने शव के साथ किया उग्र प्रदर्शन

सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजन जब शव को तिगांव लाए तो गांव में शोक और गुस्से का माहौल फैल गया। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग बस स्टैंड पर इकट्ठा हुए और शराब दुकान के बाहर शव को रखकर उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया। नाराज लोगों ने दुकान में तोड़फोड़ की और पुलिस व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।पुलिस बल तैनात, अधिकारी मौके पर पहुंचेस्थिति को देखते हुए पांढुर्णा एसडीओपी बृजेंद्र भार्गव, थाना प्रभारी अजय मरकाम, यातायात थाना प्रभारी आकांक्षा सहारे दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। काफी समझाइश के बाद शव को अंत्येष्टि के लिए रवाना किया गया। देर शाम तहसीलदार विनय प्रकाश ठाकुर भी स्थिति का जायजा लेने पहुंचे।

परिजनों का आरोप: मारपीट से हुई मौतमृतक की पत्नी शर्मिला उईके ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाऊराव को पुलिस ने झूठे शराब मामले में फंसाया और उसकी गिरफ्तारी के दौरान गंभीर रूप से मारपीट की गई, जिसके चलते उसकी मौत हुई। हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है और कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।जांच जारी, गांव में तनाव का माहौलफिलहाल गांव में पुलिस बल तैनात है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। मामले ने आदिवासी समाज में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है, और प्रशासन अब मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दे रहा है।

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