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छिंदवाड़ा: कलेक्टर की सख्ती, मातृ मृत्यु पर स्वास्थ्य व महिला बाल विकास विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक में बड़े फैसले

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सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा, । कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में मातृ मृत्यु की हालिया घटनाओं को लेकर गहन समीक्षा की गई और लापरवाह अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

मातृ मृत्यु पर सख्त कार्रवाई के निर्देश

छिंदवाड़ा एवं अमरवाड़ा ब्लॉक में हुई मातृ मृत्यु की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर श्री सिंह ने दोनों क्षेत्रों की एएनएम और सुपरवाइजर की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने और बीएमओ को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही संबंधित मेडिकल ऑफिसर पर भी कार्रवाई के आदेश दिए गए।

गर्भवती महिलाओं की विशेष निगरानी अनिवार्य

कलेक्टर ने निर्देश दिए कि हाई-रिस्क गर्भवती महिलाओं, विशेषकर जिनका हीमोग्लोबिन 8 या उससे कम है, उनके घर हर सप्ताह विजिट अनिवार्य की जाए। यह प्रक्रिया तब तक जारी रहे जब तक हीमोग्लोबिन 10 या उससे अधिक न हो जाए। अंडरवेट (45 किलोग्राम या कम वजन वाली) और सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित महिलाओं के लिए भी विशेष निगरानी और काउंसलिंग अनिवार्य की गई है।

अनमोल 2.0 पर देरी करने वालों पर जुर्माना

डिलीवरी स्टेटस की समय पर एंट्री न करने वाले ऑपरेटरों पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए। श्री सिंह ने कहा कि सभी स्वास्थ्य कर्मी अपने कर्तव्यों के प्रति अधिक संवेदनशील और जिम्मेदार बनें, ताकि गर्भवती महिलाओं को समुचित देखभाल व पोषण सहायता मिल सके।

अनुपस्थित अधिकारियों पर वेतन कटौती

बिना सूचना अनुपस्थित पाए गए बीएमओ पिंडरईकला डॉ. पुष्पा रानी सिंह और बीएमओ बिछुआ डॉ. नीलेश सिद्दाम का एक-एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं। रेफरल प्रक्रिया में अनियमितता पाए जाने पर दो मेडिकल ऑफिसरों को नोटिस भी जारी किया गया। वहीं, ब्लाइंडनेस प्रोग्राम में लक्ष्य पूर्ण न करने पर नोडल ऑफिसर का एक माह का वेतन रोका गया है।

पोषण ट्रैकर और योजनाओं पर विशेष ध्यान

कलेक्टर श्री सिंह ने पोषण ट्रैकर का डेटा नियमित रूप से अपडेट करने के निर्देश दिए और कहा कि महिलाओं व बच्चों की पोषण स्थिति पर विशेष फोकस रहे। सुपरवाइजर और सीडीपीओ के लिए विशेष ट्रेनिंग का आयोजन करने के भी निर्देश दिए गए।

आपातकालीन तैयारियों और योजनाओं की समीक्षा‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं को अद्यतन बनाए रखने के निर्देश दिए गए ताकि आपात स्थिति में कोई असुविधा न हो। बैठक में लाडली लक्ष्मी योजना और समेकित बाल संरक्षण योजना की भी समीक्षा की गई। अंतरा फाउंडेशन द्वारा प्रस्तुत सुझावों को भी गंभीरता से लेने की बात कही गई।

श्री सिंह की अध्यक्षता में हुई इस समीक्षा बैठक ने यह स्पष्ट कर दिया कि मातृ स्वास्थ्य को लेकर किसी भी स्तर की लापरवाही को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समयबद्ध निगरानी, पोषण और चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करना सभी संबंधित विभागों की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।

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