कलेक्टर श्री सिंह ने स्कूल शिक्षा विभाग, जिला शिक्षा केंद्र और जनजातीय कार्य विभाग की शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा बैठक ली10 वीं, 12 वीं के खराब त्रैमासिक परीक्षा परिणाम और मुख्यालय में न रहने पर बी.ई.ओ. बिछुआ का वेतन रोकने के निर्देश जिले में गौरव दिवस पर आयोजित गतिविधियों की राज्य एवं केन्द्र से हुई सराहना जिला प्रशासन की पहल पर शासकीय स्कूलों में जेईई/नीट की तैयारी के लिए एल.एन. कोचिंग इंदौर की टीम द्वारा 07 और 08 दिसंबर को जिले में सेमिनार का आयोजन
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा/28 नवम्बर 2024/ कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने गुरूवार को स्कूल शिक्षा विभाग, जिला शिक्षा केंद्र व जनजातीय कार्य विभाग की शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा बैठक ली।
बैठक का आयोजन कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में किया गया था, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी जी.एस.बघेल, डीपीसी जगदीश इड़पाचे, सहायक संचालक जनजातीय कार्य विभाग उमेश सातनकर, सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी, एपीसी और बीआरसीसी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।त्रैमासिक परीक्षा परिणामों पर चिंता: कलेक्टर श्री सिंह ने जिले के कई स्कूलों में 10 वीं और 12 वीं की त्रैमासिक परीक्षाओं के परिणाम खराब पाए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की।
विशेषकर ट्राइबल ब्लॉक बिछुआ के अंतर्गत जनजातीय कार्य विभाग के शासकीय कन्या शिक्षा परिसर का 10 वीं का त्रैमासिक परीक्षा परिणाम 64 प्रतिशत और 12 वीं का त्रैमासिक परीक्षा परिणाम 54 प्रतिशत आने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। इसके साथ ही बीईओ बिछुआ के मुख्यालय में न रहने की जानकारी संज्ञान में आने पर उन्हें एक माह के अंदर मुख्यालय में ही निवास की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिए। एक माह के बाद भी सुधार न करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को अपने अपने मुख्यालय पर ही निवास करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
खराब प्रदर्शन वाले अतिथि शिक्षकों को हटाने के निर्देश – कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि विभिन्न विषयों के अतिथि शिक्षक होने के बाद भी यदि बच्चों के ज्ञान के स्तर में सुधार नहीं आ रहा है, तो अतिथि शिक्षकों को हटाने की कार्यवाही करें। खराब प्रदर्शन करने वाले अतिथि शिक्षकों के साथ ही सभी शासकीय शिक्षक, जो अपने कार्य में लापरवाही कर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं, उन पर कार्यवाही का प्रस्ताव भेजें। यदि आपने कार्यवाही का प्रस्ताव नहीं भेजा और फील्ड में औचक निरीक्षक के दौरान शिक्षा की गुणवत्ता खराब मिली तो संबंधित बीईओ, बीआरसीसी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। इसी तरह जिन स्कूलों में त्रैमासिक परीक्षा परिणाम 10 प्रतिशत या उसके नीचे रहा है, उन सभी शिक्षकों पर कार्यवाही का प्रस्ताव भेजने के निर्देश सभी बी.ई.ओ को दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले के शासकीय स्कूलों के हर एक विद्यार्थी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना हम सभी का कर्तव्य है।
जेईई/नीट की तैयारी के लिए इंदौर की कोचिंग का सेमिनार 07 और 08 को – जिला प्रशासन की पहल पर कलेक्टर श्री सिंह के प्रयासों से जिले के शासकीय स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को जेईई/नीट परीक्षाओं के लिए तैयार करने विशेष कक्षाओं का संचालन सभी शासकीय हायर सेकंडरी स्कूलों में पूर्व से ही कराया जा रहा है। इन विद्यार्थियों के लिए प्रयास कर के हिंदी में अध्ययन सामग्री भी उपलब्ध कराई गई है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन के प्रयासों से एल. एन. कोचिंग इंदौर की टीम द्वारा जिले के शासकीय स्कूलों के शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए 07 और 08 दिसंबर 2024 को सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। यह सेमिनार छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा। कलेक्टर ने इसकी सूचना सभी स्कूलों के प्राचार्यों को देने और अधिक से अधिक संख्या में शिक्षकों और विद्यार्थियों की सहभागिता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह जिले का नवाचार है, इसके महत्व को समझें और अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इसका लाभ पहुंचाएं।
ठीक तरह से चलें रेमेडियल कक्षाएं – कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि कमजोर बच्चों को प्रथम पंक्ति में लाने के लिए सभी बी.ई.ओ जिले के सभी सरकारी स्कूलों में रेमेडियल कक्षाओं का संचालन ठीक तरह से कराएं। किसी भी बच्चे में यदि गणित के बेसिक, हिंदी, अंग्रेजी भाषा का मूलभूत ज्ञान नहीं है, यदि वे सामान्य जोड़ घटाना नहीं कर पाते हैं और हिंदी, अंग्रेजी के शब्दों को पढ़ नहीं पाते हैं, तो रेमेडियल कक्षाओं में पहले उनके ये बेसिक ठीक करवाएं, बाद में आगे का आगे का सैलेबस पढ़ाएं।10 वीं के विद्यार्थियों के लिए बनाई गई है पॉकेट डायरी – जिले में कक्षा 10 वीं के परीक्षाफल उन्नयन के लिए शिक्षा विभाग द्वारा उत्कृष्ट विद्यालय छिंदवाड़ा की मदद से 04 विषयों अंग्रेजी, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान विषय की पॉकेट डायरी का निर्माण किया गया है। जिसमें परीक्षा उपयोगी महत्वपूर्ण विषय वस्तु को शामिल किया गया है। कलेक्टर ने सभी विद्यार्थियों को पॉकेट डायरी का मैटेरियल उपलब्ध कराने और उसकी उपयोगिता सिखाने के निर्देश दिए हैं।अनुसूचित जनजाति छात्रवृत्ति और आवास सहायता में देरी पर नाराजगी- कलेक्टर श्री सिंह ने अनुसूचित जनजाति पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति और आवास सहायता के शेष आवेदनों के सत्यापन में देरी पर नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि छात्रवृत्ति और आवास सहायता राशि जल्द से जल्द शत-प्रतिशत छात्रों को प्रदान की जाए।
जिले में गौरव दिवस पर आयोजित गतिविधियों की राज्य एवं केन्द्र से हुई सराहना, कलेक्टर ने दी बधाई – गौरव दिवस के अवसर पर जिले के स्कूलों में आयोजित हुई विविध गतिविधियों को राज्य एवं केन्द्र स्तर से सराहा गया है। जिसके लिए कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को बधाई दी। बैठक में परख राष्ट्रीय सर्वे, नेशनल अचीवमेंट सर्वे, वार्षिक परीक्षा 2025 की तैयारी, अपार आई डी जेनरेशन, एमपी टास प्रोफाइल सैंक्शन, 01 दिसंबर को आयोजित नेशनल मेंस कम मेरिट स्कॉलरशिप परीक्षा के लिए विद्यार्थियों के पंजीयन और तैयारी, साइकिल वितरण, विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरण, भगवत गीता कॉन्टेस्ट के आयोजन, स्कूल इनोवेशन मैराथन, सी. डबल्यू.एस. एन. बच्चों का चिन्हांकन व भत्ता वितरण, विश्व दिव्यांग दिवस की तैयारियों, विज्ञान प्रदर्शनी, एफ.एल.एन. मेला एवं मासिक गतिविधियों की समीक्षा, लंबित पेंशन प्रकरणों आदि की भी विस्तार से समीक्षा की गई और आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने फाउंडेशन लिटरेसी एंड नुमैरेसी (एफ.एल. एन) के तहत बच्चों को विभिन्न खेलों के माध्यम से शब्द सिखाने पर जोर दिया। बैठक में ट्राइबल के 4 ब्लॉक्स के 100 स्कूलों में संचालित 21 वीं सदी शिक्षा पिरामल फाउंडेशन के कार्यों की भी समीक्षा की गई और फीडबैक लिए। कलेक्टर ने पिरामल फाउंडेशन के तहत कार्यरत कर्मचारियों को नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और हर हफ्ते की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने किया शासकीय उ.मा. विद्यालय चंदनगांव का आकस्मिक निरीक्षणशैक्षिक सुधार में प्रगति : पहले से बेहतर स्थिति और सुधार के दिये निर्देश छिन्दवाड़ा/ कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने गुरूवार को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंदनगांव का आकस्मिक निरीक्षण किया। यह विद्यालय कलेक्टर श्री सिंह द्वारा गोद लिया गया है। निरीक्षण के दौरान उनके साथ जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.एस. बघेल भी मौजूद थे। यह दौरा विद्यालय के शैक्षिक एवं भौतिक स्थिति का आकलन करने के उद्देश्य से किया गया।विद्यार्थियों से संवाद एवं प्रश्नोत्तर सत्र- कलेक्टर श्री सिंह ने विभिन्न कक्षाओं का भ्रमण करते हुए विद्यार्थियों से संवाद किया। उन्होंने सोशल साइंस, हिंदी और गणित विषयों से संबंधित सवाल पूछकर बच्चों की शैक्षिक प्रगति का जायजा लिया। बच्चों ने अपने उत्तरों के माध्यम से अपनी समझ और तैयारी का प्रदर्शन किया। कलेक्टर श्री सिंह ने बच्चों को विषयों को गहराई से समझने और आत्मविश्वास के साथ उत्तर देने के लिए प्रेरित किया।स्थिति में सुधार और अधिक प्रयास की आवश्यकता- कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि 20 सितंबर को उनके पिछले निरीक्षण के बाद विद्यालय की स्थिति में काफी सुधार देखा गया है। हालांकि उन्होंने शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधन को इसे और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।
गुणवत्ता शिक्षा पर जोर- कलेक्टर श्री सिंह ने शिक्षकों के साथ चर्चा करते हुए विशेष रूप से “क्वालिटी एजुकेशन” यानी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के प्रति झिझक को दूर करने के लिए बार-बार अभ्यास कराने और विषयों को विस्तार से समझाने की जरूरत है। शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को अच्छे नागरिक बनाने में सहायक बनें। उन्होंने निर्देश दिये कि बच्चों को सिर्फ रटाने के बजाय विषयों को समझने और आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करने की शिक्षा दी जाए।भविष्य की योजना- कलेक्टर श्री सिंह ने विद्यालय प्रबंधन से कहा कि शिक्षा संस्थानों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को हर दृष्टि से सशक्त बनाना है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि बच्चों के भाषा कौशल और पढ़ाई में किसी प्रकार की कमी न हो।