सतपुड़ा एक्सप्रेस छिंदवाड़ा।प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी बिछुआ और प्राचार्य धनेगांव रमेश गाजरे को अपने पूर्व पदस्थापना स्थल में हुए गबन मे दोषी मानते हुए निलंबन की कार्रवाई की अनुशंसा बैतूल कलेक्टर द्वारा की गई है।
जनजातीय कार्य विभाग के घोड़ाडोंगरी बीईओ कार्यालय में 26 लाख से ज्यादा का गबन मे कलेक्टर ने एफआईआर के निर्देश दिए हैं, विभागीय आला अधिकारियों की लापरवाही उजागर होने पर तत्कालीन बीईओ और वर्तमान में प्राचार्य, उच्चतर माध्यमिक शाला धनेगांव जिला छिंदवाड़ा रमेश गाजरे जो कि छिंदवाड़ा के बिछुआ विकासखंड में प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी बिछुआ के पद पर आसीन हैं ने अपनी पूर्व पद स्थापना स्थल में दो कर्मचारियों का सहयोग करते हुए सॉफ्टवेयर एवं प्रेक्षकों में सॉफ्टवेयर के वेंडर मास्टर में गलत नाम व गलत बैंक खातों की प्रविष्टि कर इस तरह 26 लाख 20 हजार 178 रूपए कूटरचित तरीके से बैंक खाते में भुगतान कराए गए।इसे देखते हुए कलेक्टर श्री सूर्यवंशी द्वारा तत्कालीन बीईओ रमेश गाजरे के खिलाफ आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को निलंबन एवंअनुशासनात्मक कार्रवाई अनुशंसा की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय घोड़ाडोंगरी में 26 लाख 20 हजार 178 रूपए की वित्तीय अनियमितता के चलते कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने 2 कर्मचारियों को निलंबित कर एफआईआर के निर्देश प्रदान किए हैं। वहीं तत्कालीन विकासखंड शिक्षा अधिकारी घोड़ाडोंगरी और वर्तमान में प्राचार्य उच्चतर माध्यमिक शाला धनेगांव जिला छिंदवाड़ा रमेश गाजरे को निलंबित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग भोपाल को पत्र लिखा है।