उप संचालक कृषि ने ग्रीष्मकालीन देशी कद्दू की खेती का किया अवलोकन, झिरलिंगा के किसान जिले का एकलौता ग्राम झिरलिंगा जहॉ शत-प्रतिशत किसान ग्रीष्मकालीन कद्दू की खेती कर रहे,उड़ीसा, बिहार, छत्तीसगढ, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना जाता है छिंदवाडा का कद्दू
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाड़ा/ 09 जुलाई 2024/ उप संचालक कृषि जितेन्द्र कुमार सिंह एवं सहायक संचालक कृषि श्री धीरज ठाकुर ने आज ग्राम झिरलिंगा में ग्रीष्मकालीन देशी कद्दू की खेती का अवलोकन किया । जिले का एक मात्र ऐसा ग्राम जहॉ हर किसान ग्रीष्मकालीन कद्दू लगाता है। इस ग्राम के किसान नरेश ठाकुर, सरपंच, इन्द्रसेन ठाकुर, हरीष ठाकुर, श्री रायेसिंग ठाकुर, बृजकुमार ठाकुर, नेकराम साहू, लक्ष्मण ठाकुर, कैलाश ठाकुर, कुबेर ठाकुर के साथ ही इस ग्राम के शत-प्रतिशत किसानों के द्वारा कद्दू फसल की खेती की जा रही है।
उप संचालक कृषि श्री सिंह ने बताया कि ग्राम के लगभग 400 किसानों द्वारा लगभग 500 एकड़ में कददू फसल लगाई गई थी। प्रति एकड़ 10 टन उत्पादन के मान से कम से कम एक लाख रूपये प्रति एकड का शुद्ध लाभ किसानों ने प्राप्त किया हैं। प्रति किलो 13-14 रूपये के मान से व्यापारी किसान के खेत से ही उठाकर ले जा रहे है। ग्रीष्मकालीन कद्दू की बोनी होली के बाद रामनवमी तक की जाती है। किसान बिना कीटनाशक दवा के देशी कद्दू के बीज स्वयं तैयार कर बोनी करते है, जिससे किसानों को लागत कम आती है एवं मुनाफा अधिक होता हैं।छिंदवाडा जिले के लगभग 20-25 ग्रामों मे 2000 एकड़ में कद्दू की खेती की जा रही हैं।
उप संचालक कृषि से चर्चा के दौरान किसानों द्वारा बताया गया कि अधिकतम कददू का वजन लगभग 65 किलोग्राम एवं औसतन 20-25 किलोग्राम होता है। जिले में कद्दू का टर्नओवर लगभग 20 करोड़ रूपये हैं। यह कद्दू प्रदेश के साथ ही अन्य प्रदेश बिहार, उडीसा, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र तेलंगाना आदि प्रदेश में जा रहा हैं। निरीक्षण के दौरान उप संचालक कृषि सिंह के साथ सहायक संचालक कृषि ठाकुर एवं ग्राम के किसान उपस्थित थे।