“स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता” की थीम पर मनाया जायेगा इस वर्ष का स्वच्छता ही सेवा अभियान
अभियान पूर्व तैयारी के संबंध में ली जिला स्तरीय समिति की बैठक सबकी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए करें स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 का आयोजन – कलेक्टर श्री सिंह
सतपुड़ा एक्सप्रेस छिन्दवाडा :राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को उन्हें श्रध्दांजलि देने के लिये स्वच्छ भारत दिवस के रूप में मनाया जाता है और इसकी शुरूआत के तौर पर 2017 से ही ‘स्वच्छता ही सेवा’ का पखवाड़ा मनाया जा रहा है, ताकि स्वच्छता के लिये स्वैच्छिकता और सामूहिक कार्रवाई को मजबूत किया जा सके। इस वर्ष हम स्वच्छ भारत मिशन के शुभारंभ की 10वीं वर्षगांठ भी मना रहे हैं। इस उपलब्धि का सम्मान करने के लिये स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान अब 17 सितंबर से 01 अक्टूबर तक “स्वभाव स्वच्छता- संस्कार स्वच्छता” की थीम के साथ और 02 अक्टूबर को “स्वच्छ भारत दिवस” समारोह के साथ मनाया जायेगा। 17 सितंबर को अभियान का शुभारंभ किया जायेगा। अभियान के जिले में सुचारू रूप से क्रियान्वयन और पूर्व तैयारी के लिए कलेक्टर श्री शीलेंद्र सिंह ने आज कलेक्टर कार्यालय के मिनी सभाकक्ष में जिला स्तरीय समिति की बैठक ली और आवश्यक दिशा – निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुसार स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के सुचारू क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर एक समिति का गठन किया गया है, जिसमें जिला कलेक्टर को अध्यक्ष और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को उपाध्यक्ष बनाया गया है। आयुक्त नगर पालिक निगम छिंदवाड़ा, जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग, जिला जनसंपर्क अधिकारी, जिला समन्वयक जन अभियान परिषद, जिला प्रबंधक राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को समिति का सदस्य बनाया गया है।
कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि अभियान में सबकी सहभागिता सुनिश्चित कराई जाए। जिला स्तर पर 17 सितंबर को अभियान के शुभारंभ के लिए स्थल चयन और कार्यक्रम की रूपरेखा सीईओ जिला पंचायत और आयुक्त नगर पालिक निगम छिंदवाड़ा संयुक्त रूप से निर्धारित कर लें। मुख्य अतिथि के आमंत्रण की व्यवस्था भी देख लें। राज्य शासन के निर्देशों के अनुसार प्रत्येक गांव में स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए और ग्रामीण सहभागिता व जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाए। सभी जनपद पंचायतों में कम से कम 02 ग्रामों का चयन कर स्वच्छता पार्क (कबाड़ से जुगाड़ तकनीक ) का उपयोग कर बनाएं। अभियान के दौरान सभी स्वच्छता परिसरों की रँगाई – पुताई व संचालन सुनिश्चित हो। जो भी नाडेप खाली हों या ठीक से भरे न हों, उन्हें अभियान के दौरान भरवाएं और जहां नाडेप के माध्यम से जैविक खाद बनने की प्रक्रिया हो चुकी है उसे स्व सहायता समूह के माध्यम से विक्रय करवाएं। सभी विभाग अपने कार्यालय व कार्यालय परिसर में भी विशेष स्वच्छता अभियान चलाकर साफ – सफाई करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि सफाई मित्र को चिन्हांकित कर उन्हें सफाई सुरक्षा किट उपलब्ध कराई जाए। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में अभियान संबंधी वॉल पेंटिंग व नारे लेखन करवायें। सभी ग्रामों को मॉडल ग्राम श्रेणी में लाने का प्रयास करें। सभी जनपद को एक क्लस्टर का चयन कर उसमे “वॉश ऑन व्हील” के माध्यम से स्वच्छ्ता परिसर , शाला , आंगनवाड़ी शौचालयों की साफ – सफाई करवाने की प्रक्रिया शुरू करवाएं। जिले के नगरीय निकाय दमुआ में प्लास्टिक से ग्रेन्यूल्स बनाये जा रहे हैं, अतः जनपद पंचायत जामई , परासिया व तामिया ग्रामों में एकत्रित सिंगल यूज प्लास्टिक को वहां पंहुचाना सुनिश्चित करें।
शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग के सभी स्कूलों और छात्रावासों में श्रमदान, व्याख्यान, विभिन्न प्रतियोगिताएं, स्वच्छता शपथ आदि का आयोजन कराएं। जन अभियान परिषद अपनी सभी नवांकुर प्रस्फुटन समितियों की अभियान में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कराएं। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन मिलकर स्वच्छता परिसरों का सक्रिय संचालन सुनिश्चित कराएं। उन्होंने अभियान में जनप्रतिनिधियों के साथ ही सभी सामाजिक संगठनों, एन.जी.ओ., एन.एस.एस, स्वच्छाग्राहियों, विद्यार्थियों, स्वयं सेवकों और आमजन सभी की भागीदारी सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही स्वच्छता की विशेष गतिविधियां, विशेषकर शहरी क्षेत्रों में आयोजित करने के लिए निर्देशित किया है।